पिछले साल हिंडनबर्ग की एक रिपोर्ट आई थी जिसमें सेबी और अड़ानी समूह पर शेयर बाज़ार और ऑफशोर कंपनियों के साथ गड़बड़ी के गंभीर आरोप लगाए गए थे। इस रिपोर्ट की वजह से अड़ानी समूह के शेयरों में भारी गिरावट भी दर्ज हुई थी। हालाँकि बाद में सेबी की जाँच में अड़ानी समूह को क्लीन चिट मिल गई थी। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में जो 88 सवाल पूछे गए थे उन सभी के जवाब अड़ानी समूह ने अपने 413 पेज के स्पष्टीकरण में दिए थे लेकिन फिर भी शेयर बाज़ार में निवेशकों को लाखों का नुक़सान उठाना पड़ा था।
अब एक बार फिर हिंडनबर्ग ने एक और रिपोर्ट जारी कर सेबी चीफ़ और अड़ानी समूह के संबंधों के बारे में आरोप लगाए हैं।