दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया 9 अगस्त को 17 महीने जेल में रहने के बाद आख़िरकार ज़मानत पर रिहा हो गए। अब देखा जा रहा है कि क्या वो दोबारा से उपमुख्यमंत्री पद ले सकेंगे। या फिर जब तक अरविंद केजरीवाल जेल में हैं तब तक उन्हें कार्यकारी मुख्यमंत्री का कार्यभार दिया जाएगा।
आम आदमी पार्टी में मनीष सिसोदिया के क़रीबियों का मानना है कि सिसोदिया के पिछले ट्रैक रिकॉर्ड को देखते हुए कार्यकारी मुख्यमंत्री का कार्यभार सिसोदिया को ही दिया जाना चाहिए। उनका दावा है कि सरकार का नेतृत्व करने के लिए सिसोदिया ही सही विकल्प हैं।
अगले 6 महीने में दिल्ली में विधानसभा के चुनाव होनें हैं और ऐसे में अगर तब तक सिसोदिया जेल से बाहर रह पाते हैं तो विधानसभा चुनावों में उनकी बड़ी भूमिका रहेगी। अभी तक केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के पास सिसोदिया के अलावा पार्टी नेतृत्व के लिए और कोई बड़ा नाम नहीं है जिस पर सभी की सहमति बन सके।