बंगबंधु शेख मुजीबुर्रहमान को बांग्लादेश का राष्ट्रपिता कहा जाता है
उनकी प्रतिमा पर चढ़ गए प्रदर्शनकारी
बांग्लादेश में तख्तापलट के साथ ही प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपने पद से इस्तीफा देते हुए देश छोड़ दिया है. इसके बाद भी देश में तनाव की स्थिति बनी हुई है और भारी उथलपुथल हो रही है. शेख हसीना का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारी बांग्लादेश की राजधानी ढाका में जमकर उत्पाद मचाते हुए नजर आए. इस दौरान बांग्लादेश के लोग इस देश को बनाने में अहम भूमिका निभाने वाले शेख मुजीबुर्रहमान की मूर्ति के सिर पर भी नाचते हुए दिखाई दिए. तो चलिए आपको 10 तस्वीरों में बताते हैं कि बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद से किस तरह की स्थिति बनी हुई है।
शेख मुजीब को बांग्लादेश का संस्थापक नेता और अगुआ के रूप में जाना जाता है. उन्होंने ही पाकिस्तान के खिलाफ सशस्त्र संग्राम की अगुवाई की थी और बांग्लादेश को आजादी दिलाने में अहम भूमिका भी निभाई थी. वह बांग्लादेश में शेख मुजीब के नाम से प्रसिद्ध हुए थे और उन्हें बाद में बंगबंधु की पदवी दी गई थी.
हालांकि, बांग्लादेश के निर्माण के तीन साल बाद ही 15 अगस्त 1975 को सैनिक तख्तापलट के दौरान शेख मुजीब की हत्या कर दी गई थी. शेख मुजीब की हत्या के बाद उनकी बेटी शेख हसीना अपनी बहन के साथ दिल्ली आई थीं और उन्होंने उस वक्त भी भारत में शरण ली थी. इसके बाद वह कई सालों तक भारत की शरण में रही थीं। 1981 में सब ठीक हो जाने पर शेख हसीना वापस बांग्लादेश चली गई थीं और उन्होंने अपने पिता की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाया था।
शेख हसीना के इस्तीफे के साथ ही बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने मौजूदा संसद को भंग करने का ऐलान किया है. उनका कहना है कि संविधान के अनुसार मौजूदा संसद को जल्द से जल्द भंग कर दिया जाएगा. सोमवार को राष्ट्रपति के आधिकारिक निवास बंगभवन से राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में यह बयान दिया गया था.