दिल्ली सरकार और दिल्ली नगर निगम अपना दायित्व निभाएँ
दिल्ली प्रदेश काँग्रेस का भाजपा और आप पर निशाना
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने कहा कि मानसून की बारिश
होने पर ऐसा कोई दिन नही जब किसी न किसी हादसे में लोगों की जान नही गई है, बीते कल भी जहांगीर पुरी में
दो मंजिला इमारत ढहने से महिला सहित तीन लोगों की मौत हुई, इसकी जिम्मेदारी तय की जाए कि हादसे में गई
मौत के लिए कौन जिम्मेदार है। जहांगीर पुरी औद्योगिक क्षेत्र में हुए हादसे के दिल्ली नगर निगम प्रशासन का यह
कहना कि क्षेत्र को डीडीए ने विकसित किया था और अभी तक निगम को नालों और सड़कों की मरम्मत काम नही
सौंपा है। दिल्ली सरकार और दिल्ली नगर निगम आंखों पर पट्टी बांधी हुई है और राजधानी में में रोज गिरती
इमारतों, करंट लगने और नालों में डूबकर मर रहे लोगों की जिंदगी से खिलवाड हो रहा है। सरकार मृतकों के
परिवारजनों को मुआवजा दे।
उन्होंने आरोप लगाया कि राजधानी में लगातार हो रहे हादसों की जिम्मेदारी कोई लेने को तैयार नही है, हर दिन
लोग मर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजेन्द्र नगर बेसमेंट कोचिंग हादसे पर दिल्ली कांग्रेस ने मांग की थी कि जांच
सीबीआई के हाथों कराई जाए, हम दिल्ली हाई कोर्ट द्वारा मामले की जाचं सीबीआई से कराने के आदेश का स्वागत
करते है। श्री यादव ने कहा कि क्या सरकारों के गैर जिम्मेदाराना रवैये और अपनी जिम्मेदारी से भागने की स्थिति
में रोज हो रही सभी मौतों पर उच्च न्यायालय को संज्ञान लेना पड़ेगा या सरकारें भी इन मामलां के प्रति अपनी
जवाबदेही तय करेंगी।
देवेन्द्र यादव ने कहा कि राजेन्द्र नगर कोचिंग हादसे में जब कोर्ट ने साफ कर दिया है कि किसी ने किसी को तो
जिम्मेदारी लेनी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि जल भराव, कंरट, इमारत गिरने से दबने, नाले खुले होने पर उनमें डूब कर
लोग मर रहे तो दिल्ली की सरकारों और एजेंसियों को जिम्मेदारी के लेने मामले में पिछले एक महीने से भी अधिक
समय से भाजपा और आम आदमी पार्टी लोगों की मौत पर राजनीति कर रही है, जो बहुत ही चिंताजनक है। मयूर
विहार फेस 3 के खुले नाले में मॉ बेटे की गिरने मौत पर आम आदमी पार्टी का राज निवास पर प्रदर्शन करना और
दिल्ली में अन्य हादसों पर भाजपा का दिल्ली सरकार के खिलाफ धरना करना कोरी राजनीति है। सरकारों को अपना
दायित्व समझकर हादसे न हो इसके लिए पर्याप्त व्यवस्था करनी चाहिए।
देवेन्द्र यादव ने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने 15 वर्षों में राजधानी को विकसित बनाकर इन्फ्रास्ट्रक्चर खड़ा किया
था खड़ा किया था मौजूदा सरकार उसकी देखभाल और रख-रखाव नही कर पाई और पिछले 10 वर्षों में मौजूदा
सरकार ने राजधानी के रोड़, सड़क, परिवहन, शिक्षा, स्वास्थ्य, बिल्डिंग, नाले सहित पूरे के पूरे इन्फ्रास्ट्रक्चर को ही
ध्वस्त कर दिया है। विश्वस्तरीय दिल्ली का विकास सब कुछ सरकारों की निष्क्रियता, अक्षमता और बदले की
राजनीति के चलते सब कुछ भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है। श्री देवेन्द्र यादव ने कहा कि सरकारों की निष्क्रियता, बढ़ते
भ्रष्टाचार और अधिकारियों के राजनीतिक दवाब में काम करने की स्थिति, और मुख्यमंत्री की गैर मौजूदगी में दिल्ली
के उपराज्यपाल और मुख्य सचिव को दिल्ली के बिगड़ते हालात में दुर्लभ जिम्मेदारी की जरुरत है।